मोबाइल फ़ोन क्या है ? What is the mobile phone?
मोबाइल फ़ोन जिसको अनेको नाम से जाना जाता है जैसे :CELL PHONE, CELULAR PHONE, CELL, WIRELESS PHONE, CELLULAR TELECOM, MOBILE TELEPHONE,CELL TELEPHONE, HAND PHONE, MOBILE . (History of mobile Phone in hindi)
एक ऐसा उपकरण जिसका इस्तेमाल आवाज डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक, एक लम्बी दुरी तक एक विशेष नेटवर्क के आधार पर भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। या यूँ कहे की यह बिना किसी तार के द्वारा, एक लंबी दूरी का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसे विशेष बेस स्टेशनों के एक नेटवर्क के आधार पर मोबाइल आवाज या डेटा संचार के लिए उपयोग करते हैं। आज के आधुनिक समय में इसका उपयोग बहुत बढ़ गया है जैसे की पाठ संदेश के लिए SMS, ईमेल, इंटरनेट के उपयोग के लिए पैकेट स्विचिंग, गेमिंग, ब्लूटूथ, इन्फ़रा रेड, वीडियो रिकॉर्डर के साथ कैमरे और तस्वीरें और वीडियो भेजने और प्राप्त करने के लिए MMS, MP3 प्लेयर, रेडियो और GPS आदि के लिए किया जाता है . अधिकांश वर्तमान मोबाइल फोन, बेस स्टेशनों के एक सेलुलर नेटवर्क से जुड़ते हैं, जिन्हे टेक्निकल भाषा में (cell Sites) “सेल साइटस” कहा जाता है। और यह सार्वजनिक टेलीफोन स्विचित नेटवर्क (PSTN) से जुड़ता है।
एक ऐसा उपकरण जिसका इस्तेमाल आवाज डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक, एक लम्बी दुरी तक एक विशेष नेटवर्क के आधार पर भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। या यूँ कहे की यह बिना किसी तार के द्वारा, एक लंबी दूरी का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसे विशेष बेस स्टेशनों के एक नेटवर्क के आधार पर मोबाइल आवाज या डेटा संचार के लिए उपयोग करते हैं। आज के आधुनिक समय में इसका उपयोग बहुत बढ़ गया है जैसे की पाठ संदेश के लिए SMS, ईमेल, इंटरनेट के उपयोग के लिए पैकेट स्विचिंग, गेमिंग, ब्लूटूथ, इन्फ़रा रेड, वीडियो रिकॉर्डर के साथ कैमरे और तस्वीरें और वीडियो भेजने और प्राप्त करने के लिए MMS, MP3 प्लेयर, रेडियो और GPS आदि के लिए किया जाता है . अधिकांश वर्तमान मोबाइल फोन, बेस स्टेशनों के एक सेलुलर नेटवर्क से जुड़ते हैं, जिन्हे टेक्निकल भाषा में (cell Sites) “सेल साइटस” कहा जाता है। और यह सार्वजनिक टेलीफोन स्विचित नेटवर्क (PSTN) से जुड़ता है।
History of mobile Phone in hindi |
मोबाइल का इतिहास – History of mobile Phone.
AT&T के Bell Laboratories के इंजीनियरों द्वारा मोबाइल फोन बेस स्टेशनों के लिए सेल का आविष्कार 1947 में किया गया था और 1960 के दशक के दौरान Bell Laboratories ने इसे आगे विकसित किया। रेडियोफोन का एक लंबा और विविध इतिहास है जो रेगिनाल्ड फेस्सेंडेन के आविष्कार और रेडियो टेलीफोनी के पूरा प्रदर्शन तक जाता है, Ohio, Euclid George Sweigert को 10 जून 1969 में पहले Wireless Phone का अमेरिका में पेटेंट नंबर 3449450 जारी किया गया था।
मोबाइल टेलीफोन कीसबसे पहले शुरुआत शुन्य जी (0G) थी। उस समय की अन्य तकनीकों की तरह, इसमें एकल, शक्तिशाली बेस स्टेशन शामिल था, जो एक व्यापक क्षेत्र को कवर करता था और प्रत्येक टेलीफोन प्रभावी रूप से एक चैनल को पूरे क्षेत्र पर Monopoly करता था।
सबसे पहले व्यावहारिक मोबाइल फोन का आविष्कार मोटोरोला ने किया था। ऐसा मन जाता है , की Motorola researcher and executive, Martin Cooper इसके आविष्कारक है।
1G के फीचर्स : 1G एक Analog service सर्विस है जिसमे सिर्फ एक तरफ से ही आवाज को भेज सकते है। इस्तेमाल Walky Talky में हुआ।
2 G : Network
2G के आने के बाद मोबाइल की movility काफी बढ़ गयी। इस नेटवर्क से Text SMS भेजने की शुरुआत हुई। और इसकी साउंड क्वालिटी भी 1G से काफी अच्छी थी। इसके आने के बाद में मोबाइल फ़ोन में GPRS और MMS जैसी सुविधा दी।
3 G : Network
3G के आने से नेटवर्क में डेटा की स्पीड(Speed) बहुत बढ़ गयी , इसके द्वारा Video Calling की Quality या यूँ कहें की Video Calling की शुरुआत में 3G का बहुत बढ़ा योगदान दिया। 3G से इंटरनेट की स्पीड(Fast Internet Speed) बहुत तेज़ हो गई। जिसने इंटरनेट पर वीडियो बफरिंग का झमेला ही ख़त्म कर दिया। इसके द्वारा मोबाइल फ़ोन में जीपीएस(GPS) को बढ़ावा मिला। 3G, 2G के मुकाबले भले ही महंगा नेटवर्क है। लेकिन इसकी खाशियत बहुत है। हालांकि अब तो जमाना 3G को भूल कर 4G में आ गया है। और आप लोग तो 4G के बारे में जानते ही है की 4G की की खासियत 3G से 100 गुने ज्यादा ही है।
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