India in Renewable Energy - नवीकरणीय ऊर्जा में भारत
नवीकरणीय ऊर्जा में भारत-
- पवन ऊर्जा की स्थापित क्षमताओं में भारत विश्व में चौथे स्थान पर।
- सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमताओं में भारत विश्व में पांचवे पायदान पर।
- नवीकरणीय ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता के लिहाज से भारत विश्व में अब 5वें स्थान पर।
- वर्ष 2017-18 के दौरान देश में अक्षय ऊर्जा से कुल 101.83 अरब यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ।
- सरकार ने 2020 तक 60 गीगावॉट सौर ऊर्जा और 20 गीगावॉट पवन ऊर्जा क्षमता के लिए बोली का अनुमान लगाया है, उसके बाद परियोजनाओं के निष्पादन के लिए दो साल का समय बचेगा।
- देश में सभी नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से अक्टूबर, 2018 तक कुल करीब 73.35 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित हो चुकी है
देश में 31.10.2018 तक कुल स्थापित क्षमता में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी-
स्रोत |
स्थापित क्षमता (गीगावॉट)
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प्रतिशत
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तापीय |
221.76 गीगावॉट
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(63.84%)
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नाभिकीय |
6.78 गीगावॉट
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(1.95%)
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पनबिजली |
45.48 गीगावॉट
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(13.09%)
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नवीकरणीय |
73.35 गीगावॉट
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(21.12%)
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कुल |
347.37 गीगावॉट
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(100%)
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नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से ऊर्जा क्षमता का विवरण-
पवन ऊर्जा - लगभग 34.98 गीगावॉट,
सौर ऊर्जा - 24.33 गीगावॉट,
छोटी पनबिजली इकाइयों - 4.5 गीगावॉट
बायो-पावर - 9.54 गीगावॉट
निर्माणाधीन/बोली के चरण में नवीकरणीय ऊर्जा - 46.75 गीगावॉट क्षमता की
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance आईएसए)-
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) 6 दिसंबर, 2017 को भारत में मुख्यालय वाला पहला अंतरराष्ट्रीय अंतरसरकारी संगठन बना।
- इस संगठन का अंतरिम सचिवालय राष्ट्रीय सौर उर्जा संस्थान, ग्वालपहाड़ी, गुड़गांव में बनाया गया है। इसकी आधारशिला 25 जनवरी 2016 को रखी गई ।
25 जनवरी 2016 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति श्री फ्रांस्वा ओलांद ने संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन मुख्यालय की आधारशिला रखी। - आईएसए सभी को स्वच्छ एवं किफायती ऊर्जा प्रदान करने के लिए भारत के दृष्टिकोण का हिस्सा है।
- अब तक 71 देशों ने आईएसए के फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें से 48 देशों ने इसे मंजूरी दे दी है।
- आईएसए की पहली सभा (शिखर सम्मेलन) भारत में दिल्ली में 3 अक्टूबर, 2018 को आयोजित की गई थी।
- इसमें भारत और फ्रांस सहित 37 आईएसए सदस्य देशों ने भाग लिया।
- इसके अलावा, 25 देशों ने आईएसए के फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं लेकिन मंजूरी देना अभी बाकी है।
- साथ ही, 13 संभावित सदस्य देश आईएसए के फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। जबकि अंतर-उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के इतर के 3 साझेदार देश इस सभा में बतौर पर्यवेक्षक उपस्थित हुए।
- आईएसए की पहली सभा में आईएसए के फ्रेमवर्क समझौते में संशोधन के लिए भारत के उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया जिसके तहत संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को आईएस की सदस्यता देने के लिए मार्ग प्रशस्त करने की बात कही गई है।
- आईएसए के साथ मुख्यालय समझौते के तहत भारत को आईएसए की न्यायिक हस्ती के तौर पर मान्यता दी गई है।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को राष्ट्रीय महत्व के लिए स्कोच पुरस्कार मिला
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को नई दिल्ली में दिसंबर, 2018 में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय महत्व के लिए स्कोच पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव श्री आनंद कुमार ने प्राप्त किया।
मंत्रालय को यह पुरस्कार देश में लगभग 73 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। कुल स्थापित क्षमता की 21 प्रतिशत के साथ एक वर्ष के अंदर नवीकरणीय ऊर्जा ने देश में एक बिलियन इकाई विद्युत प्रदान करने का काम किया है।
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